
Pahalgam Terror Attack Shawl Hawker Video: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों का निशाना बनाया. उनपर ताबड़तोड़ गोलियों से हमला किया गया, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई. हालांकि, इस बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पहलगाम के शॉल विक्रेता सज्जाद अहमद भट अपने कंधों पर घायल लोगों को उठाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. इसको लेकर ANI ने सज्जाद अहमद भट से बातचीत की. उन्होंने बताया कि पहलगाम पोनी एसोसिएशन के अध्यक्ष अब्दुल वहीद वान ने हमारे समूह में बैसरन घाटी में हुई घटना के बारे में मैसेज दिया था. इसलिए हम उनके साथ गए और दोपहर 3 बजे के आसपास उस स्थान पर पहुंचे.
सज्जाद अहमद भट ने आगे बताया कि हमने घायलों को पानी पिलाया और जो लोग चल नहीं सकते थे उन्हें उठाया. पर्यटकों की मदद करना हमारा कर्तव्य है, क्योंकि वे हमारे मेहमान हैं और हमारी आजीविका उन पर निर्भर करती है. मेरे लिए धर्म से पहले इंसानियत आती है. हम उनमें से कई को अस्पताल लेकर आए. हमें अपनी जान की परवाह नहीं थी क्योंकि जब हम वहां गए तो लोग मदद की गुहार लगा रहे थे. जब मैंने पर्यटकों को रोते हुए देखा तो मेरी आंखों में आंसू आ गए. उनके आने से हमारे घरों में दिए जल उठते हैं. उनके बिना हमारी जिंदगी अधूरी है.
#WATCH | Pahalgam, J&K | In a viral video on social media, Sajad Ahmad Bhat, a shawl hawker from Pahalgam, can be seen carrying a tourist injured in the #PahalgamTerroristAttack to safety on his back.
He says, “… The Pahalgam Poney Association president, Abdul Waheed Wan,… pic.twitter.com/cBNTFu3LDA
— ANI (@ANI) April 24, 2025
The incident that happened yesterday in #Pahalgam has deeply saddened us. There are some who want Kashmir to be disrupted and for tourists to stop coming here but we will not let that happen.
We are Kashmiris the ones who help, the ones who risk our own lives to protect tourists pic.twitter.com/uD5ii5DbA7— kani_shawls (@KaniShawls) April 23, 2025
पाकिस्तान के खिलाफ बड़े कदम
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़े कदम उठाए हैं. सरकार ने 1960 की सिंधु जल संधि खत्म करने का फैसला लिया है. इसके अलावा पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कम करने की घोषणा की जिसमें उसके सैन्य अताशे को निष्कासित करना भी शामिल है. इस फैसले के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया, जिसके वजह से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाई. रेडियो पाकिस्तान’ की रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में तीनों सेनाओं के प्रमुख और महत्वपूर्ण मंत्री भी शामिल हुए थे.
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